नागरिकता संशोधन बिल पर जदयू में दो फाड़: पार्टी ने समर्थन किया, उपाध्यक्ष प्रशांत बोले- यह निराशाजनक



  • प्रशांत किशोर ने ट्वीट किया- बिल जदयू के संविधान से मेल नहीं खाता, यह धर्म के आधार पर भेदभाव ; जदयू एनडीए का हिस्सा

  • सोमवार रात नागरिकता संशोधन बिल लोकसभा में पास हुआ, बिल के पक्ष में 311 और विपक्ष में 80 वोट पड़े


पटना. जनता दल (यूनाइटेड) ने लोकसभा में नागरिकता संशोधन बिल का समर्थन किया। इसे लेकर पार्टी के उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर ने ट्विटर पर विरोध जताया। उन्होंने कहा, ''इस बिल का समर्थन निराशाजनक है, जो धर्म के आधार पर भेदभाव करता है। यह जदयू के संविधान से मेल नहीं खाता, जिसके पहले पन्ने पर ही 3 बार धर्मनिरपेक्ष लिखा है। हम गांधी की विचारधारा पर चलने वाले लोग हैं।'' प्रशांत किशोर ने 2014 के लोकसभा चुनाव में भाजपा के प्रचार अभियान की कमान संभाली थी


यह बिल धर्मनिरपेक्षता के खिलाफ नहीं: जदयू


इससे पहले सोमवार को सदन में हुई चर्चा में जदयू सांसद ललन सिंह ने कहा- हम बिल का समर्थन करते हैं। अगर पाकिस्तान में सताए गए अल्पसंख्यकों को भारतीय नागरिकता दी जाती है तो यह सही है। यह बिल धर्मनिरपेक्षता के खिलाफ नहीं है। नागरिकता संशोधन बिल सोमवार रात लोकसभा में पास हुआ। वोटिंग में बिल के पक्ष में 311 और विपक्ष में 80 वोट पड़े। 


किशोर ने खुद को किंगमेकर बताया था
यह पहली बार नहीं है जब प्रशांत किशोर पार्टी से इतर राय दी है। 5 मार्च 2019 को मुजफ्फरपुर में पार्टी की छात्र इकाई के कार्यक्रम में प्रशांत ने खुद को किंगमेकर बताया था। उन्होंने कहा था कि अगर मैं प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री बनाने में मदद कर सकता हूं तो बिहार के युवाओं को सांसद, विधायक या फिर मुखिया बनाने में भी मदद कर सकता हूं। इस पर जदयू प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा था कि किसी को यह गलतफहमी न हो कि वह किसी को सांसद या विधायक बना सकते हैं। लोकतंत्र में मतदाता ही उम्मीदवार के किस्मत का फैसला करते हैं।